
अल्मोड़ा। ग्रामीण बैंक अल्मोड़ा में सखी के पद पर कार्यरत ममता आर्या ग्रामीण महिलाओं के लिए आर्थिक सशक्तिकरण की मिसाल बन गईं हैं। हवालबाग ब्लॉक के स्यालीधार गांव की ममता अब तक 40 से अधिक समूहों की महिलाओं को ऋण दिलवाने में मदद कर चुकी हैं।
इससे पहले ममता एक निजी स्कूल में शिक्षिका रह चुकी हैं। उन्होंने वर्ष 2022 में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर स्वरोजगार की राह अपनाई। उन्होंने न केवल खुद को आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि अपने साथ 10 से अधिक महिलाओं को भी स्वरोजगार से जोड़ा है।
ममता गांव में किराने और कॉस्मेटिक की दुकान भी चलाती हैं। उनके अनुसार उनकी यह पहल आत्मनिर्भरता को दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है।
ऐसे दे रही सेवाएं: ममता ने अपने आवास पर जन सेवा केंद्र भी खोला है। इससे ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं, आधार काई सेवाएं, बिजली बिल भुगतान, पैन कार्ड आवेदन, बैंकिंग सेवाएं आदि डिजिटल मध्यम से गांव में उपलब्ध हो रही हैं।
You may also like
(लीड) नेतन्याहू ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया
बगैर ट्रेड लाइसेंस संचालित हो रहे 14 दुकानों को निगम ने किया नोटिस
शिवपुरी में युवाओं को रोजगार से जोड़ने की पहल, आईटीआई प्रशिक्षण केंद्र में हुआ कैंपस सिलेक्शन का आयोजन
मप्र के सभी शासकीय स्कूलों में होगा शैक्षिक ओलंपियाड, विद्यार्थी 30 जुलाई तक कर सकेंगे ऑनलाइन पंजीयन
कटनी : कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में दस्तावेज़ जलने की घटना में वार्डन निलंबित