शेयर मार्केट में मल्टीबैगर स्टॉक की कई कहानियां हैं, लेकिन दूसरी ओर कुछ स्टॉक ऐसे भी हैं जो अर्श से फर्श पर भी आ गए हैं और लॉन्ग टर्म में उनमें निवेशकों को अच्छा खासा लॉस भी हुआ है. स्पाइस जेट लिमिटेड एक ऐसा ही स्टॉक रहा है जिसमें ऊंचे लेवल से बिकवाली आई और अब वह अपने उस भाव पर कारोबार कर रहा है, जहां साल 2005 में था. Spicejet Ltd के शेयर प्राइस फिलहाल 38 रुपए के लेवल पर हैं और इस लेवल पर वह जनवरी 2005 में ट्रेड किया करता था.
एफआईआई और डीआईआई दोनों ने की स्टॉक में बिकवालीSpicejet Ltd के शेयर होल्डिंग पैटर्न में पिछ्ले एक साल में बहुत बदलाव आया है. सितंबर 2024 में स्पाइसजेट में एफआईआई के पास 25.10% हिस्सेदारी थी, जिसमें लगातार बिकवाली हुई और अब यह घटकर 8% रह गई है. इसी तरह डीआईआई ने भी पिछले एक साल में स्पाइसजेट में अपनी हिस्सेदारी 18% से घटाकर 5.40% कर ली है. दूसरी ओर रिटेल इन्वेस्टर्स ने इस स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी लगातार बढ़ाई है और अब आम जनता के पास इस कंपनी में 53.20% की हिस्सेदारी है. याने घाटे में आम निवेशक है.
स्टॉक प्राइस 150 रुपए से गिरकर 28 रुपए हुआस्पाइसजेट में कई सालों के इंतज़ार केबाद नवंबर 2017 को अपसाइड रैली आई थी, जिसमें स्टॉक ने 150 रुपए का लेवल देखा था. इसके बाद स्टॉक में लगातार गिरावट आई और वह 28 रुपए के लेवल पर आ गया. इस माह अपने निचले लेवल से उठकर अब स्टॉक 38 रुपए के भाव तक आया है. Spicejet Ltd के शेयर प्राइस में शुक्रवार को 12% की तेज़ी रही और वह 38.20 रुपए के लेवल पर बंद हुआ.
निचले लेवल से स्टॉक में एक बार फिर से खरीदारी देखी जा रही है. कंपनी के पूंजी जुटाने के प्रयास और लिक्विडिटी के आधार पर रेटिंग एजेंसी ने स्पाइस जेट की रेटिंग अपग्रेड की है, जिसके कारण शुक्रवार को इसके शेयर प्राइस में 15% तक की तेज़ी देखी गई. हालांकि क्लोज़िंग के समय स्टॉक में 12% की तेज़ी थी.
पिछले कुछ माह की बात करें तो कंपनी का प्रॉफिट जनरेट नहीं हो रहा है और उस पर भारी कर्ज़ भी है. कंपनी अपनी स्थिति बेहतर करने के लिए फंड जुटा रही है.
एफआईआई और डीआईआई दोनों ने की स्टॉक में बिकवालीSpicejet Ltd के शेयर होल्डिंग पैटर्न में पिछ्ले एक साल में बहुत बदलाव आया है. सितंबर 2024 में स्पाइसजेट में एफआईआई के पास 25.10% हिस्सेदारी थी, जिसमें लगातार बिकवाली हुई और अब यह घटकर 8% रह गई है. इसी तरह डीआईआई ने भी पिछले एक साल में स्पाइसजेट में अपनी हिस्सेदारी 18% से घटाकर 5.40% कर ली है. दूसरी ओर रिटेल इन्वेस्टर्स ने इस स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी लगातार बढ़ाई है और अब आम जनता के पास इस कंपनी में 53.20% की हिस्सेदारी है. याने घाटे में आम निवेशक है.
स्टॉक प्राइस 150 रुपए से गिरकर 28 रुपए हुआस्पाइसजेट में कई सालों के इंतज़ार केबाद नवंबर 2017 को अपसाइड रैली आई थी, जिसमें स्टॉक ने 150 रुपए का लेवल देखा था. इसके बाद स्टॉक में लगातार गिरावट आई और वह 28 रुपए के लेवल पर आ गया. इस माह अपने निचले लेवल से उठकर अब स्टॉक 38 रुपए के भाव तक आया है. Spicejet Ltd के शेयर प्राइस में शुक्रवार को 12% की तेज़ी रही और वह 38.20 रुपए के लेवल पर बंद हुआ.
निचले लेवल से स्टॉक में एक बार फिर से खरीदारी देखी जा रही है. कंपनी के पूंजी जुटाने के प्रयास और लिक्विडिटी के आधार पर रेटिंग एजेंसी ने स्पाइस जेट की रेटिंग अपग्रेड की है, जिसके कारण शुक्रवार को इसके शेयर प्राइस में 15% तक की तेज़ी देखी गई. हालांकि क्लोज़िंग के समय स्टॉक में 12% की तेज़ी थी.
पिछले कुछ माह की बात करें तो कंपनी का प्रॉफिट जनरेट नहीं हो रहा है और उस पर भारी कर्ज़ भी है. कंपनी अपनी स्थिति बेहतर करने के लिए फंड जुटा रही है.
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