भारत ने रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। देश की सोलर एनर्जी उत्पादन क्षमता अब 125 गीगावाट (GW) को पार कर गई है। इससे भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सोलर एनर्जी उत्पादक बन गया है।
इसका अनाउंसमेंट इंटरनेशनल सोलर एलायंस (ISA) की 8वीं असेंबली से पहले आयोजित कार्यक्रम में किया गया। यह असेंबली 27 से 30 अक्टूबर के बीच नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित होगी।
2030 तक 11,000 GW रिन्यूएबल एनर्जी का टार्गेटकेंद्रीय मंत्री ने कहा कि CoP28 के लक्ष्यों के अनुसार, दुनिया को 2030 तक रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता को तीन गुना बढ़ाकर 11,000 GW तक ले जाना होगा। इसमें सोलर एनर्जी की भूमिका सबसे अहम है।
उन्होंने कहा, “आज लगभग 125 GW सोलर कैपेसिटी के साथ भारत ग्लोबल लेवर पर तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है। यह इस बात का प्रमाण है कि राष्ट्रीय स्तर की महत्वाकांक्षाएं कैसे स्थानीय स्तर पर वास्तविक बदलाव ला सकती हैं।”
भारत और फ्रांस की साझी पहलISA भारत और फ्रांस की संयुक्त पहल है, जिसका उद्देश्य सोलर एनर्जी को बढ़ावा देकर क्लाइमेट चेंज से निपटना है। प्रहलाद जोशी ने बताया कि अब तक 124 देशों ने ISA के सदस्य बन गए हैं। उन्होंने कहा, “जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल्पना की थी, ISA एक पौधे से विशाल वृक्ष बन चुका है, जो ‘एक सूरज’ के नीचे सभी को आश्रय और उम्मीद देता है।”
20 लाख से अधिक घरों को मुफ्त बिजली का लाभसरकार की ‘PM सूर्य घर- मुफ्त बिजली योजना’ के तहत अब तक 20 लाख से अधिक परिवारों को अपने घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाकर मुफ्त बिजली का लाभ मिल रहा है। ISA का मकसद 2030 तक सौर ऊर्जा में 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश जुटाना है। इसके साथ ही वह सोलर टेक्नोलॉजी को सस्ता और फाइनेंसिंग को आसान बनाना चाहता है, ताकि ज्यादा से ज्यादा देश सौर ऊर्जा अपना सकें।
इसका अनाउंसमेंट इंटरनेशनल सोलर एलायंस (ISA) की 8वीं असेंबली से पहले आयोजित कार्यक्रम में किया गया। यह असेंबली 27 से 30 अक्टूबर के बीच नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित होगी।
2030 तक 11,000 GW रिन्यूएबल एनर्जी का टार्गेटकेंद्रीय मंत्री ने कहा कि CoP28 के लक्ष्यों के अनुसार, दुनिया को 2030 तक रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता को तीन गुना बढ़ाकर 11,000 GW तक ले जाना होगा। इसमें सोलर एनर्जी की भूमिका सबसे अहम है।
उन्होंने कहा, “आज लगभग 125 GW सोलर कैपेसिटी के साथ भारत ग्लोबल लेवर पर तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है। यह इस बात का प्रमाण है कि राष्ट्रीय स्तर की महत्वाकांक्षाएं कैसे स्थानीय स्तर पर वास्तविक बदलाव ला सकती हैं।”
भारत और फ्रांस की साझी पहलISA भारत और फ्रांस की संयुक्त पहल है, जिसका उद्देश्य सोलर एनर्जी को बढ़ावा देकर क्लाइमेट चेंज से निपटना है। प्रहलाद जोशी ने बताया कि अब तक 124 देशों ने ISA के सदस्य बन गए हैं। उन्होंने कहा, “जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल्पना की थी, ISA एक पौधे से विशाल वृक्ष बन चुका है, जो ‘एक सूरज’ के नीचे सभी को आश्रय और उम्मीद देता है।”
20 लाख से अधिक घरों को मुफ्त बिजली का लाभसरकार की ‘PM सूर्य घर- मुफ्त बिजली योजना’ के तहत अब तक 20 लाख से अधिक परिवारों को अपने घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाकर मुफ्त बिजली का लाभ मिल रहा है। ISA का मकसद 2030 तक सौर ऊर्जा में 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश जुटाना है। इसके साथ ही वह सोलर टेक्नोलॉजी को सस्ता और फाइनेंसिंग को आसान बनाना चाहता है, ताकि ज्यादा से ज्यादा देश सौर ऊर्जा अपना सकें।
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