कभी काजोल एक गुणवत्ता की गारंटी मानी जाती थीं। जैसे आमिर खान, अगर काजोल किसी जहाज की कप्तानी करतीं, तो वह कभी नहीं डूबता।
लेकिन अब ऐसा नहीं है। जियो हॉटस्टार के कोर्टरूम ड्रामा के दूसरे सीजन में काजोल कई घरेलू और पेशेवर चुनौतियों का सामना कर रही हैं। पहले सीजन की तरह, यह सीजन भी कुछ हद तक सक्रिय है, हालांकि कुछ हिस्से पहले से अधिक दिलचस्प हैं, फिर भी इसे विजेता नहीं माना जा सकता।
निर्देशन में बदलाव
इस श्रृंखला में निर्देशन में बदलाव आया है—पहले सीजन का निर्देशन सूपर्ण वर्मा ने किया था, जबकि दूसरे का निर्देशन उमेश बिष्ट कर रहे हैं—लेकिन कहानी के स्वर या इरादे में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं आया है।
कहानी का उद्देश्य बांग्ला वकील नयनिका सेनगुप्ता की आंतरिक पेशेवर और व्यक्तिगत दुनिया को एक समग्र ब्रह्मांड में बदलना है। दुर्भाग्यवश, यह मिश्रण श्रृंखला में कभी भी फलित नहीं होता।
नए मुद्दों का सामना
इस बार, नयनिका एक महिला को न्याय दिलाती हैं जो लगातार यौन उत्पीड़न का शिकार हो रही है। पहले एपिसोड में यह मामला थोड़ा आसान और हल करने योग्य लगा। कार्यस्थलों पर उत्पीड़ित महिलाओं को अपने आरोप साबित करने के लिए वर्षों तक लड़ाई लड़नी पड़ती है। मुझे लगता है कि उनके जीवन में नयनिका नहीं होती।
कहानी में विविधता
एक अन्य उपकथानक में, एक प्रभावशाली व्यक्ति एक ईर्ष्यालु प्रतिद्वंद्वी के साथ एक उलझन में पड़ जाता है। इस एपिसोड के अंत में अदालत में 'समझौता' हास्यास्पद है। लेकिन फिर, हम अपने कोर्टरूम ड्रामों से वास्तविकता की उम्मीद नहीं करते, जब तक कि यह चैतन्य ताम्हाणे की कोर्ट न हो।
कहानी की जटिलताएँ
द ट्रायल के दूसरे सीजन में नयनिका के काम करने वाले कानून फर्म में कुछ दिलचस्प राजनीति है। लेकिन कहानी में ध्यान की कमी बाधा डालती है। जैसे कि श्रृंखला पहले से ही मुद्दों से भरी हुई है, हमें नयनिका के भाई के बाहर आने के साथ एक LGBTQ कोण भी मिलता है।
काश वह तब तक वहीं रहते जब तक कि गंदगी साफ नहीं हो जाती।
You may also like
मांस से 10 गुना ज्यादा ताकतवर` है ये फल 1 महीने में बना देता पहलवान
पूजा के बीच चाय श्रमिकों में मायूशी, बकाया बोनस दिए बिना बागान छोड़ फरार प्रबंधन
कहानी एक ऐसी महिला की जिसने` टाटा की कंपनी को बचाने के लिए बेच दिया था अपना बेशकीमती हीरा
Punjab Elections : पंजाब की राजनीति में गरमाई बहस, कुलदीप धालीवाल ने क्यों दी Sukhbir Badal को ये खुली चुनौती?
Asia Cup 2025: 'दिन-ब-दिन वह और अधिक रन बना रहा है' – अभिषेक शर्मा की धुआंधार बल्लेबाजी पर श्रीलंका के दिग्गज का बयान