अक्सर लोगों को खाने के बाद डकार आती है, जो डाइजेस्टिव सिस्टम के बीच आमतौर पर होने वाली एक सामान्य समस्या है. हालांकि, कुछ लोगों को ज्यादा और लगातार डकार आने लगती हैं, जो कि पेट में गैस बनने का कारण बनती है. ऐसी स्थिति में डॉक्टर सलाह देते हैं कि वह अपनी आहार व्यवस्था में सुधार करें जिससे पेट की गैस बनने की समस्या कम हो सके. अधिक डकार आना न केवल शर्मिंदगी का कारण होता है, बल्कि सेहत के लिहाज से भी खतरे की घंटी है. एक 24 साल की नर्स बैली मैकब्रीन के मामले में, ज्यादा डकार एक घातक कैंसर के तीसरे स्टेज के लिए पहला चेतावनी था.
अमेरिका के फ्लोरिडा में रहने वाली नर्स बेली मैकब्रीन ने कहा कि उन्होंने कम डकार लेती थी. हालांकि, दो साल पहले अक्टूबर 2021 में, उन्हें अत्यधिक डकार आने लगी लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया था. 2022 में, मैकग्रीन को ज्यादा एसिड रिफ्लक्स की शिकायत हुई थी, जिसे डॉक्टरों ने चिंता का कारण बताया. हालांकि, में, उसे अहसास हुआ कि कुछ असामान्य है और उसे बहुत दर्द, भूख न लगना और शौच जाने में असमर्थता हुई. एक CT स्कैन के बाद पता चला कि उसकी कोलन में ट्यूमर (कोलन कैंसर) है.
अत्यधिक डकार कोलन कैंसर का पहला संकेत!
अपना अनुभव शेयर करते हुए बेली मैकब्रीन ने बताया कि अत्यधिक डकार आना उसके लिए पहला संकेत था. रोज 5-10 बार जो असामान्य था क्योंकि पहले उसे कभी डकार नहीं आती थी. उन्हें यह बहुत अजीब लगा लेकिन वे ज्यादा नहीं सोच पाईं. स्टेज 3 कैंसर डिटेक्ट होने के बाद उन्हें काफी परेशानी हुई, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने संघर्ष किया और बीमारी को हराने के लिए जुट गईं.
कोलन कैंसर के अन्य संकेत
बिना कारण थकान या कमजोरी
मलाशय से ब्लीडिंग
मल में खून आना
ऐसा महसूस होना कि आंतें ठीक से खाली नहीं हुई हैं
लगातार गैस, ऐंठन, पेट दर्द
आंत्र की आदतों में लगातार परिवर्तन जैसे कब्ज, दस्त
आंत्र स्थिरता में परिवर्तन
महिला को सालों से आती थी डकारें, डॉक्टर के पास गई तो उसके भी पैरों तले खिसक गई जमीन
— News Just Abhi (@newsjustabhi) April 26, 2025
You may also like
PM Modi: 51,000 से ज्यादा युवाओं को पीएम मोदी ने दी सौगात, जिंदगी भर के लिए मिला ये बड़ा...
Indian Railway : चलती ट्रेन में अगर लोको पायलट को टॉयलेट जाना पड़े तो वह कहाँ जाता है? आपको भी नहीं होगा पता
यमन में भारतीय नर्स की फांसी रुकवाने के लिए केसी वेणुगोपाल ने प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की
मणिपुर में विभिन्न संगठनों के आठ उग्रवादी गिरफ्तार
स्कूल बस और स्लीपर कोच की टक्कर में 10 साल के छात्र की मौत, आठ बच्चे घायल