रायपुर, 2 जून . छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में रविवार को देवांगन समाज द्वारा ‘देवांगन महाकुंभ 2025’ का भव्य आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव, कैबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन, विधायक मोतीलाल साहू और विधायक पुरंदर मिश्रा सहित समाज के कई वरिष्ठ लोग शामिल हुए. कार्यक्रम में देशभर से आए देवांगन समाज के लोगों ने भाग लिया.
कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि उन्होंने दिनभर सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. सबसे पहले वह दुर्ग जिले के कोल्हापुरी गांव में कुर्मी छत्री समाज के महासम्मेलन में शामिल हुए. इसके बाद कोंडागांव जिले के पोंगापाल पहुंचे, जहां जंगल के बीच छठवीं सदी का शिवलिंग और भगवान बुद्ध की प्रतिमा स्थापित है. इस स्थान पर स्थानीय लोग गोंडा गोड़िया के नाम से पूजा करते हैं और बौद्ध अनुयायी जापान, बोधगया, नागपुर सहित देश-विदेश से वहां दर्शन के लिए आते हैं. सीएम ने बताया कि आज वहां हजारों की भीड़ थी.
कोंडागांव के पोंगापाल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की बात करते हुए सीएम साय ने कहा कि इसके लिए एक करोड़ रुपए की प्रारंभिक राशि की घोषणा की गई है. उन्होंने कहा कि यह शुरुआत है. पर्यटन विभाग के अधिकारी इस पर चर्चा करेंगे और इस क्षेत्र को और आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे. इस क्षेत्र को छत्तीसगढ़ की एक नई पहचान के रूप में विकसित करने की योजना है.
देवांगन महाकुंभ के दौरान कई कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें स्वास्थ्य परीक्षण शिविर, प्रदर्शनियां और समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित करने का समारोह शामिल था. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के सम्मान से समाज के लोगों को प्रेरणा मिलती है. कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव चार घंटे से अधिक समय तक मौजूद रहे, जबकि कैबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन, विधायक मोतीलाल साहू और पुरंदर मिश्रा ने भी समाज के गौरव को बढ़ाने में योगदान दिया.
महतारी वंदन योजना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत सभी पात्र महिलाओं के नाम जोड़े जाएंगे. उन्होंने कहा कि शादी के बाद बहुओं का नाम और दूसरे गांव में शादी करने वाली बेटियों का नाम भी इस योजना में शामिल किया जाएगा. कुछ नाम पहले छूट गए हैं, उन्हें भी जोड़ा जाएगा. सीएम ने सुशासन तिहार के बारे में बात करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य डेढ़ साल के शासनकाल में जनता के लिए किए गए कार्यों का फीडबैक लेना था. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी पर जनता ने भरोसा जताकर हमें सत्ता सौंपी. हमने भारत सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाने का प्रयास किया. सुशासन तिहार के जरिए हमने गांवों में पीडीएस व्यवस्था, बिजली, सड़क, पटवारी की उपलब्धता और स्कूलों में शिक्षकों की स्थिति का जायजा लिया.
मुख्यमंत्री ने देवांगन महाकुंभ को सामाजिक एकता और विकास का प्रतीक बताया. उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन समाज को एकजुट करने और सामाजिक कार्यों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने समाज के लोगों से एकजुट होकर छत्तीसगढ़ के विकास में योगदान देने की अपील की. सीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार छत्तीसगढ़ के विकास और जनता की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है. कोंडागांव को पर्यटन हब बनाने, महतारी वंदन योजना को और प्रभावी करने और सुशासन को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि आगामी समय में इन योजनाओं को और गति दी जाएगी ताकि छत्तीसगढ़ की जनता को इसका अधिकतम लाभ मिल सके.
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पीएसके/एकेजे
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