उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव की तैयारियों के बीच मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में हैरान कर देने वाली गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। महोबा ज़िले के जैतपुर ग्राम पंचायत में जांच के दौरान पता चला कि एक ही मकान नंबर पर 4271 मतदाताओं के नाम दर्ज हैं। यह खुलासा अधिकारियों को भी चौंकाने वाला लगा। इससे पहले पनवाड़ी इलाके में भी एक घर के पते पर 243 मतदाताओं का नाम दर्ज पाया गया था।
एआई जांच से खुला फर्जीवाड़े का राज
राज्य निर्वाचन आयोग ने हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से मतदाता सूचियों की जांच कराई थी। इस जांच में प्रदेशभर में फर्जी नामों और दोहराए गए पते की बड़ी संख्या सामने आई। उसी सिलसिले में जब पंचायत चुनाव के लिए चलाए जा रहे मतदाता पुनरीक्षण अभियान की पड़ताल हुई तो महोबा के जैतपुर का यह मामला सामने आया। यहां मकान नंबर 803 में हजारों मतदाता एक ही पते पर दर्ज पाए गए।
मकान मालिक भी रह गए हैरान
इस मामले की जानकारी मिलने पर मकान मालिक ने भी आश्चर्य जताया। ग्राम पंचायत जैतपुर में कुल 16,069 मतदाता हैं, जिनमें से अकेले 4271 नाम एक ही मकान नंबर से जुड़े मिलना प्रशासन के लिए भी सिरदर्द बन गया है। अधिकारी इसे स्पष्ट रूप से लिपिकीय गलती बता रहे हैं।
अधिकारियों की सफाई
पंचायत एवं नगरीय निकाय के सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी आर.पी. विश्वकर्मा का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में आवास नंबर व्यवस्थित तरीके से दर्ज न होने के कारण इस तरह की समस्या उत्पन्न हो जाती है। उनका कहना है कि तकनीकी व लिपिकीय त्रुटि को जल्द ही ठीक कराया जाएगा।
महोबा एडीएम कुंवर पंकज ने भी इस गड़बड़ी को मानवीय गलती बताया। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के मद्देनज़र मतदाता सूची पुनरीक्षण का काम चल रहा है और 2021 की सूची को आधार बनाकर इसकी जांच की जा रही है। पूर्व में तैनात बीएलओ की गलती से यह खामी सामने आई है। हालांकि, मतदाता सूची में दर्ज नाम सही हैं, केवल मकान नंबर में गड़बड़ी है, जिसे जल्द ही सुधारा जाएगा।
You may also like
बवासीर इस दर्दनाक समस्या को` और न सहें! जानिए राजीव दीक्षित जी के अचूक स्वदेशी उपाय
सिंदूर लगाने जा रहे दूल्हे` के मोबाइल पर अचानक आया ऐसा मैसेज देखते ही मंडप छोड़कर भाग निकला
प्याज बेचने वाला ये शख्स` रातों-रात बना 100 करोड़ का मालिक, पुलिस से लेकर फौजियों को भी लगाया चूना
बाबा रामदेव ने बताया सफेद` बाल को काले करने का उपाय घर में ही मौजूद हैं नुस्खे
गांधारी की अनसुनी कहानी: बकरे से विवाह और दृष्टिहीन पति का सच