उत्तर प्रदेश के बलिया में 5 जून को सड़क किनारे जींस और टीशर्ट पहने चार लड़कियों को भीख मांगते हुए देखा गया था, जिससे लोगों में खलबली मच गई थी। ये लड़कियां गुजरात से आई हुई थीं और बलिया रेलवे स्टेशन के पास एक धर्मशाला में ठहरी हुई थीं। अब ठीक ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला बरेली से सामने आया है।
बरेली के आंवला-बदायूं रोड पर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब राहगीरों ने देखा कि नौ लड़कियां जींस-टॉप पहनकर सड़क पर इधर-उधर घूम रही हैं और हर गुजरते वाहन या पैदल यात्री को रोककर आर्थिक मदद की गुहार लगा रही हैं। ये नजारा जितना चौंकाने वाला था, उतना ही सवाल खड़ा करने वाला भी।
युवतियों का कहना था कि वे बेहद परेशान हैं, घर की हालत खराब है, और उन्हें थोड़ी-सी आर्थिक मदद चाहिए। कुछ लोगों ने सहानुभूति दिखाते हुए उन्हें 100-200 रुपये तक दे भी दिए, लेकिन कुछ जागरूक नागरिकों को यह बात संदिग्ध लगी। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी युवतियों को थाने ले आई। पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि ये सभी युवतियां गुजरात के अहमदाबाद की रहने वाली हैं, लेकिन वे बरेली कैसे और क्यों आईं, इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सकीं।
थाना आंवला के प्रभारी कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि ये लड़कियां राहगीरों को भावनात्मक रूप से प्रभावित कर उनसे पैसे मांग रही थीं, जिससे शांति व्यवस्था बाधित हो रही थी। पूछताछ में लड़कियों ने अपने नाम—उर्मी (28), नीतू (25), कुसुम (25), अंजलि (21), सुनीता (26), रीना (20), मनीषा (20), पूनम (25), और टीना (26)—बताए।
सभी को शांतिभंग की कार्रवाई के तहत एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें दो-दो लाख रुपये के निजी मुचलके पर जमानत मिल गई।
गिरोह होने का शक, पुलिस जांच में जुटी
स्थानीय लोगों ने इस घटना पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि यह सिर्फ आर्थिक तंगी का मामला नहीं बल्कि एक सुनियोजित गिरोह की साजिश भी हो सकती है, जो अलग-अलग राज्यों में इस तरह की हरकतें करता है। कुछ लोगों ने यहां तक कहा कि अगर कोई उनकी मदद न करे, तो ये लड़कियां झूठे आरोप तक लगा सकती हैं।
पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि क्या इन युवतियों के साथ और लोग भी इस नेटवर्क में शामिल हैं, और क्या ये कोई बड़ा गैंग है जो शहर की कानून व्यवस्था के लिए खतरा बन सकता है।
आम जनता को सतर्क रहने की अपील
पुलिस प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि अगर कोई इस तरह से सड़क पर मदद मांगता दिखाई दे तो बिना पुष्टि के पैसे न दें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि को नजरअंदाज न करें और तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस अभी इन लड़कियों के पुराने रिकॉर्ड और उनके संभावित साथियों की तलाश में जुटी हुई है।
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