Next Story
Newszop

तुर्की की कार कंपनियां भारत में होतीं तो हो जाता चीन वाला हाल, पाकिस्तान का समर्थन करने पर चौतरफा घिरी तुर्किए

Send Push
India Turkey Controversry: भारतीयों में तुर्किए देश को व्यापक गुस्सा देखने को मिल रहा है और वजह आप सभी जान ही गए होंगे। पाकिस्तान का समर्थन करने के साथ ही भारतीय सरजमीं के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए पाकिस्तानी सेना को अलग-अलग तरह के हथियार देने के बाद तुर्की की नीयत से भारत के लोग वाकिफ हो गए हैं और ऐसे में उन्होंने अलग-अलग तरीके से विरोध जताना शुरू कर दिया है। आज अगर तुर्की की कार कंपनियां भारत में होतीं तो निश्चित रूप से हालात काफी बदतर होते और एक भी कार नहीं बिकती।
तुर्किए की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियां image

अब सबसे पहले आपको तुर्किए की कार कंपनियों के बारे में बताएं तो TOGG (Türkiye’nin Otomobili Girişim Grubu) तुर्की की पहली पूरी तरह से घरेलू और राष्ट्रीय कार निर्माता कंपनी है। यह कंपनी 2018 में सक्रिय है और टॉग मुख्य रूप से तुर्किए के लोगों के लिए आधुनिक, इलेक्ट्रिक और स्मार्ट कारें बनाती है। TOGG ने अपनी पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी 2022 में लॉन्च की थी और इसे लोगों की कार कहा गया। TOGG का लक्ष्य 2030 तक 1 मिलियन इलेक्ट्रिक वाहन बनाना है।


कॉमर्शियल वीइकल सेगमेंट में अग्रणी image

टॉग के बाद Karsan भी तुर्की की पॉपुपर ऑटोमोबाइल कंपनी है और यह प्रमुख तौर पर कॉमर्शियल वीइकल सेगमेंट में अग्रणी स्थिति में है। कारसान मिनीबस, बस, और इलेक्ट्रिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट गाड़ियां बनाती है। यह यूरोप, अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में भी अपने उत्पाद निर्यात करती है। इसके बाद Otokar और BMC जैसी कंपनियां खास तौर पर डिफेंस और मिलिट्री वीइकल्स के निर्माण से जुड़ी हैं। ओटोकार की बसें तुर्की के कई शहरों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रमुख हिस्सा हैं।


तुर्की ऑटोमोबाइल मार्केट काफी बड़ा है image

आपको बता दें कि तुर्किए में बीते साल 2023 में करीब 15 लाख कारों का उत्पादन हुआ। मिडल ईस्ट का यह प्रमुख देश जनसंख्या और संसाधन के मामले में संपन्न है और मौजूदा समय में 13वां सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है। तुर्की की TEMSA, Otokar और BMC जैसी कंपनियां दुनिया के सबसे बड़े वैन, बस और ट्रक मैन्युफैक्चरर्स हैं। यहां तैयार 85 पर्सेंट मोटर वीइकल और कंपोनेंट्स यूरोपीय देशों में निर्यात किए जाते हैं।


बुरा हाल हो जाता image

तुर्की और भारत के पूर्व में संबंध अच्छे रहे हैं, लेकिन इन दिनों उसके पाकिस्तान प्रेम में भारतीयों के विश्वास को चोट पहुंचाई है और इसके बाद जहां एक तरफ लोग तुर्की जाना छोड़ रहे हैं, वहीं तुर्किए के प्रोडक्ट्स को भी बायकॉट कर रहे हैं। गनीमत तो ये है कि आज तुर्की की कार कंपनियां भारत में नहीं हैं, नहीं तो यहां एक भी कार बेचना मुश्किल हो जाता और जिस तरह चीन-भारत विवाद के बाद यहां चाइनीज कार कंपनियों की हालत खराब हो गई थी और कुछ को तो कारोबार फैलाने से पहले ही पैकअप करना पड़ गया था, वही हाल तुर्किए के कार मेकर का भी हो जाता।

Loving Newspoint? Download the app now