H-1B Visa Petition Denied: अमेरिका में इन दिनों H-1B वीजा रिजेक्शन बढ़ता जा रहा है, जिस वजह से हजारों लोगों का यूएस में जॉब का सपना भी टूट रहा है। लेकिन अब वो वजह सामने आ गई है, जिससे वीजा रिजेक्ट हो रहे हैं। इमिग्रेशन वकीलों ने बताया है कि इन दिनों हो रहे H-1B वीजा रिजेक्शन की वजह हस्ताक्षर यानी सिग्नेचर है। भले ही सिग्नेचर बड़ी वजह ना लगे, लेकिन इसकी वजह से वीजा रिजेक्ट हो रहे हैं। बहुत से विदेशी वर्कर्स तो वीजा रिजेक्ट होने से काफी ज्यादा परेशान भी हो गए हैं।
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कानूनी फर्मों का कहना है कि यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (USCIS) ने सिग्नेचर की जांच तेज कर दी है। इस वजह से अब बड़े पैमाने पर 'नोटिस टू इंटेंट टू डिनाई' (NOIDs) जारी किए जा रहे हैं। USCIS के नियमों को मुताबिक, फॉर्म I-129 पर सभी सिग्नेचर हाथों से लिखे होने चाहिए या ऑरिजनल डॉक्यूमेंट्स की कॉपी होनी चाहिए। हालांकि, कोविड महमारी के बाद से ही कंफ्यूजन बना हुआ है, क्योंकि उस समय नियमों में बदलाव किया गया था। इसका नतीजा अब लोग भुगत रहे हैं।
कोविड के समय क्या नियम था?
20 मार्च, 2020 को USCIS ने रिमोट फाइलिंग की सुविधा देते हुए स्कैन, फैक्स या फोटोकॉपी के जरिए इलेक्ट्रॉनिक तरीके से सिग्नेचर देने की इजाजत देना शुरू कर दिया। जुलाई 2022 में इस नियम को स्थायी कर दिया गया। लेकिन हाल के निर्णयों से पता चलता है कि अभी भी उन आवेदनों को अस्वीकार किया जा रहा है जिनमें सिग्नेचर डुप्लिकेट, कॉपी किए गए या ऑरिजन स्याही के अंतर से मेल नहीं खाते हैं। कानूनी फर्मों ने इस तरह के कई मामलों की जानकारी दी है, जहां सिग्नेचर से वीजा रिजेक्ट हुए।
नया नियम क्या है?
USCIS के मुताबिक, वैलिड सिग्नेचर खुद साइन करने वाले द्वारा लिखे होने चाहिए। ऑरिजनल साइन किए गए डॉक्यूमेंट्स की फोटोकॉपी, स्कैन या फैक्स स्वीकार किए जाएंगे, बशर्ते ऑरिजनल डॉक्यूमेंट्स को पेन से साइन किया गया हो और उसका रिकॉर्ड सुरक्षित रखा गया हो। लेकिन टाइपराइटर, वर्ड प्रोसेसर, ऑटो-पेन से बनाए गए या इमेज के रूप में चिपकाए गए सिग्नेचर बिल्कुल भी स्वीकार नहीं होंगे। वकीलों ने कहा है कि USCIS कभी भी पेन से किए गए सिग्नेचर किए गए डॉक्यूमेंट्स को मांग सकता है। उसे नहीं दिखाने पर दिक्कतें आ सकती हैं।
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कानूनी फर्मों का कहना है कि यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (USCIS) ने सिग्नेचर की जांच तेज कर दी है। इस वजह से अब बड़े पैमाने पर 'नोटिस टू इंटेंट टू डिनाई' (NOIDs) जारी किए जा रहे हैं। USCIS के नियमों को मुताबिक, फॉर्म I-129 पर सभी सिग्नेचर हाथों से लिखे होने चाहिए या ऑरिजनल डॉक्यूमेंट्स की कॉपी होनी चाहिए। हालांकि, कोविड महमारी के बाद से ही कंफ्यूजन बना हुआ है, क्योंकि उस समय नियमों में बदलाव किया गया था। इसका नतीजा अब लोग भुगत रहे हैं।
कोविड के समय क्या नियम था?
20 मार्च, 2020 को USCIS ने रिमोट फाइलिंग की सुविधा देते हुए स्कैन, फैक्स या फोटोकॉपी के जरिए इलेक्ट्रॉनिक तरीके से सिग्नेचर देने की इजाजत देना शुरू कर दिया। जुलाई 2022 में इस नियम को स्थायी कर दिया गया। लेकिन हाल के निर्णयों से पता चलता है कि अभी भी उन आवेदनों को अस्वीकार किया जा रहा है जिनमें सिग्नेचर डुप्लिकेट, कॉपी किए गए या ऑरिजन स्याही के अंतर से मेल नहीं खाते हैं। कानूनी फर्मों ने इस तरह के कई मामलों की जानकारी दी है, जहां सिग्नेचर से वीजा रिजेक्ट हुए।
नया नियम क्या है?
USCIS के मुताबिक, वैलिड सिग्नेचर खुद साइन करने वाले द्वारा लिखे होने चाहिए। ऑरिजनल साइन किए गए डॉक्यूमेंट्स की फोटोकॉपी, स्कैन या फैक्स स्वीकार किए जाएंगे, बशर्ते ऑरिजनल डॉक्यूमेंट्स को पेन से साइन किया गया हो और उसका रिकॉर्ड सुरक्षित रखा गया हो। लेकिन टाइपराइटर, वर्ड प्रोसेसर, ऑटो-पेन से बनाए गए या इमेज के रूप में चिपकाए गए सिग्नेचर बिल्कुल भी स्वीकार नहीं होंगे। वकीलों ने कहा है कि USCIS कभी भी पेन से किए गए सिग्नेचर किए गए डॉक्यूमेंट्स को मांग सकता है। उसे नहीं दिखाने पर दिक्कतें आ सकती हैं।
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