लंबे समय तक बने रहने वाला तनाव आपके केवल मेंटल हेल्थ को ही प्रभावित नहीं करता है, बल्कि यह आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है। इससे आप थकावट, चक्कर, फोकस में कमी, सिर दर्द, बदन दर्द, नींद की परेशानी समेत अन्य लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
ऐसे में आपको अपने स्ट्रेस को मैनेज करना सीखना चाहिए, ताकि इससे आप अपने ओवरऑल हेल्थ की रक्षा कर सकें। आइए जानते हैं किस तरह से तनाव आपके फिजिकल हेल्थ के साथ खिलवाड़ कर सकते हैं और इसे आप कैसे मैनेज कर सकते हैं।
Photos- Freepik
तनाव से फिजिकल हेल्थ पर पड़ता है असर

स्ट्रेस आपके शरीर, आपके विचारों, भावनाओं और आपके बिहेवियर को प्रभावित कर सकती है। ज्यादातर लोगों को बस इतना ही पता है कि बहुत अधिक तनाव लेने से हार्ट हेल्थ पर असर पड़ता है लेकिन इससे कई अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के विकसित होने का खतरा भी बढ़ता है, जिनमें शामिल हैं।
1- हाई ब्लड प्रेशर की होती है दिक्कत
क्या आप जानते हैं स्ट्रेस लेने से आपका ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है, जिसके सबूत स्टडी में भी मिले हैं। हार्वर्ड की एक खबर के मुताबिक (ref), शोध से पता चलता है कि क्रोनिक तनाव हाई बीपी में योगदान देता है और आर्टरीज में रुकावट पैदा करने वाले जमाव को बढ़ावा देता है, जिससे आगे चलकर हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है।
2- बढ़ जाता है वजन

इसके अलावा अगर आप लगातार स्ट्रेस का सामना कर रहे हैं तो इससे आपके वजन पर भी असर पड़ता है और आप मोटे हो सकते हैं। दरअसल, जब आपको बहुत अधिक स्ट्रेस होता है तो इससे आप अधिक खाने के लिए प्रेरित हो सकते हैं। इसके साथ ही आपकी नींद की अवधि और फिजिकल एक्टिविटी भी कम हो जाती है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है।
3- बॉडी पेन

जब आप बहुत अधिक स्ट्रेस लेने लग जाते हैं तो आपने महसूस किया होगा कि इससे आपके शरीर में दर्द और सिर दर्द भी बना रहने लगता है। आपको सीने में भी दर्द उठ सकता है। साथ ही इससे आपकी एनर्जी का लेवल कम हो जाता है और आप थके-थके महसूस कर सकते हैं।
4- खराब पेट
क्या आप जानते हैं बहुत अधिक स्ट्रेस लेने का असर पाचन पर भी पड़ता है। इससे आपका पाचन खराब हो सकता है और आपको दस्त, कब्ज और मतली सहित पेट से जुड़ी अन्य दिक्कतें हो सकती हैं।
5- इम्यूनिटी पर पड़ता है असर

यही नहीं, तनाव का असर आपकी इम्यूनिटी पर भी पड़ता है। दरअसल, स्ट्रेस से शरीर में कॉर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है। अगर लंबे समय तक ये स्थिति बनी रहती है तो इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है और इंफ्लेमेशन बढ़ सकता है। जिससे आपके जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने की संभावना भी बढ़ जाती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
You may also like
स्मृति मंधाना ने वनडे में रचा इतिहास, कैलेंडर ईयर में 1000 रन बनाने वाली पहली महिला बनीं
क्या आप जानते हैं कि काजोल ने शाहरुख के कहने पर 90 के दशक का जादू फिर से जीवित किया?
Mamata Banerjee On Durgapur Rape Case: 'लड़कियों को रात में कॉलेज से बाहर जाने की मंजूरी नहीं देनी चाहिए', दुर्गापुर रेप केस पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का अजब-गजब बयान
रात को सोते समय हल्दी वाला दूध पीने` से जड़ से खत्म हो जाते हैं यह 3 रोग.
कर्नाटक: प्रियांक खड़गे ने की सरकारी परिसरों में आरएसएस की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग