लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के प्रोफेसर रविकांत चंदन एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। उन्होंने इस बार मशहूर कथावाचक और बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर निशाना साधा है। दरअसल, मध्य प्रदेश के छतरपुर में 28 जुलाई की रात लवकुशनगर थाना क्षेत्र में एक एंबुलेंस पकड़ी गई। इसमें 13 महिलाओं को जबरन ले जाए जाने का आरोप लगा है। इसी मसले को उठाते हुए लखनऊ यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर रविकांत ने धीरेंद्र शास्त्री पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि महिलाओं की तस्करी में शामिल कथावाचक को फांसी दी जानी चाहिए।
पीएम मोदी पर साधा निशानाएसोसिएट प्रोफेसर रविकांत ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर ओर भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा पर पीएम नरेंद्र मोदी को घेरा। प्रो. रविकांत चंदन ने सोशल मीडिया एक्स पर दो पोस्ट किए। पहले पोस्ट में उन्होंने पीएम मोदी से ट्रंप टैरिफ पर तीखे सवाल किए हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी खुद को ट्रंप का दोस्त का बताते रहे हैं।
प्रो. चंदन ने लिखा कि इस दोस्ती की कितनी कीमत देश चुकाएगा। उन्होंने लिखा कि पहले भारतीयों के हाथ में हथकड़ी, फिर सीजफायर की धमकी और अब 25 फीसदी टैरिफ एवं जुर्माना। गरीब भारत में भी ऐसा करने की किसी की हिम्मत नहीं हुई प्रधानमंत्री ने यह दिन भी दिखा दिया।
वहीं, दूसरे पोस्ट में प्रो. रविकांत ने छतरपुर की घटना का वीडियो जारी करते हुए धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने लिखा कि धीरेंद्र शास्त्री धर्म की आड़ में महिलाओं की तस्करी करवा रहे हैं। इस मामले की गहन जांच कर दोषी पाए जाने पर धीरेंद्र शास्त्री को फांसी होनी चाहिए।
क्या है मामला?दरअसल, 28 जुलाई की रात 9 बजे छतरपुर पुलिस ने एक एंबुलेंस को पठा चौकी क्षेत्र में रोका। इसमें सवार महिलाओं को थाने ले जाया गया। महिलाओं ने बागेश्वर धाम के सेवादारों पर गंभीर आरोप लगाए। महिलाओं का कहना था कि उन्हें धमकी दी गई। जबरन एम्बुलेंस में बिठाकर महोबा रेलवे स्टेशन ले जाया जा रहा था। लवकुशनगर थाना क्षेत्र में डायल 100 की टीम को महिलाओं को एंबुलेंस से ले जाए जाने की सूचना मिली। महिलाओं ने बागेश्वर धाम के महिला सेवादार पर भी गंभीर आरोप लगाए।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि महिलाएं करीब 6 माह से बागेश्वर धाम में रुकी थीं। उन पर बागेश्वर धाम आने वाले भक्तों से चोरी, चेन छिनैती और अन्य घटनाओं को अंजाम देने का आरोप लगा था। हालांकि, पुलिस की पूछताछ के बाद महिलओं को छोड़ दिया गया। पहचान छिपाकर रहने वाली महिलाओं को भी घर भेजे जाने की बात सामने आई है।
बयानों पर मचता रहा है विवादप्रो. रविकांत के बयानों पर विवाद मचता रहा है। इस बार उनके निशाने पर धीरेंद्र शास्त्री और पीएम नरेंद्र मोदी। इससे पहले उन्होंने आरएसएस पर निशाना साधा था। प्रो. रविकांत चंदन ने दो माह पहले मुस्कान और सोनम रघुवंशी जैसी महिलाएं संघी विचार की उपज बताकर हंगामा खड़ा कर दिया था। इस पोस्ट को लेकर हसनगंज थाने में प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी।
प्रो. चंदन पहले भी विवादों में रहे हैं। वर्ष 2022 में वाराणसी के काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी प्रकरण में उनकी टिप्पणी पर विवाद भड़क गया था। वहीं, 18 मई 2022 को प्रोफेसर के साथ छात्रों ने मारपीट कर दी थी। इसके बाद एक छात्र को यूनिवर्सिटी से निष्कासित किया गया था।
पीएम मोदी पर साधा निशानाएसोसिएट प्रोफेसर रविकांत ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर ओर भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा पर पीएम नरेंद्र मोदी को घेरा। प्रो. रविकांत चंदन ने सोशल मीडिया एक्स पर दो पोस्ट किए। पहले पोस्ट में उन्होंने पीएम मोदी से ट्रंप टैरिफ पर तीखे सवाल किए हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी खुद को ट्रंप का दोस्त का बताते रहे हैं।
प्रो. चंदन ने लिखा कि इस दोस्ती की कितनी कीमत देश चुकाएगा। उन्होंने लिखा कि पहले भारतीयों के हाथ में हथकड़ी, फिर सीजफायर की धमकी और अब 25 फीसदी टैरिफ एवं जुर्माना। गरीब भारत में भी ऐसा करने की किसी की हिम्मत नहीं हुई प्रधानमंत्री ने यह दिन भी दिखा दिया।
वहीं, दूसरे पोस्ट में प्रो. रविकांत ने छतरपुर की घटना का वीडियो जारी करते हुए धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने लिखा कि धीरेंद्र शास्त्री धर्म की आड़ में महिलाओं की तस्करी करवा रहे हैं। इस मामले की गहन जांच कर दोषी पाए जाने पर धीरेंद्र शास्त्री को फांसी होनी चाहिए।
क्या है मामला?दरअसल, 28 जुलाई की रात 9 बजे छतरपुर पुलिस ने एक एंबुलेंस को पठा चौकी क्षेत्र में रोका। इसमें सवार महिलाओं को थाने ले जाया गया। महिलाओं ने बागेश्वर धाम के सेवादारों पर गंभीर आरोप लगाए। महिलाओं का कहना था कि उन्हें धमकी दी गई। जबरन एम्बुलेंस में बिठाकर महोबा रेलवे स्टेशन ले जाया जा रहा था। लवकुशनगर थाना क्षेत्र में डायल 100 की टीम को महिलाओं को एंबुलेंस से ले जाए जाने की सूचना मिली। महिलाओं ने बागेश्वर धाम के महिला सेवादार पर भी गंभीर आरोप लगाए।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि महिलाएं करीब 6 माह से बागेश्वर धाम में रुकी थीं। उन पर बागेश्वर धाम आने वाले भक्तों से चोरी, चेन छिनैती और अन्य घटनाओं को अंजाम देने का आरोप लगा था। हालांकि, पुलिस की पूछताछ के बाद महिलओं को छोड़ दिया गया। पहचान छिपाकर रहने वाली महिलाओं को भी घर भेजे जाने की बात सामने आई है।
बयानों पर मचता रहा है विवादप्रो. रविकांत के बयानों पर विवाद मचता रहा है। इस बार उनके निशाने पर धीरेंद्र शास्त्री और पीएम नरेंद्र मोदी। इससे पहले उन्होंने आरएसएस पर निशाना साधा था। प्रो. रविकांत चंदन ने दो माह पहले मुस्कान और सोनम रघुवंशी जैसी महिलाएं संघी विचार की उपज बताकर हंगामा खड़ा कर दिया था। इस पोस्ट को लेकर हसनगंज थाने में प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी।
प्रो. चंदन पहले भी विवादों में रहे हैं। वर्ष 2022 में वाराणसी के काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी प्रकरण में उनकी टिप्पणी पर विवाद भड़क गया था। वहीं, 18 मई 2022 को प्रोफेसर के साथ छात्रों ने मारपीट कर दी थी। इसके बाद एक छात्र को यूनिवर्सिटी से निष्कासित किया गया था।
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