नई दिल्ली: इन दिनों सोशल मीडिया पर बच्चों के स्टार्टअप से जुड़ा एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। इसमें बेंगलुरु के बच्चे अपने स्टार्टअप के बारे में एक शख्स को बता रहे हैं। इन बच्चों की उम्र 6 से 10 साल के बीच नजर आ रही है। इस वीडियो पर अब मशहूर उद्योगपति हर्ष गोयनका की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए बच्चों के इस स्टार्टअप की तारीफ की है।
हर्ष गोयनका ने अपनी पोस्ट में लिखा है, 'शार्क टैंक (Shark Tank) और आइडियाबाज (Ideabaaz) को भूल जाइए। इस पिच ने मेरा दिल चुका लिया।' बिजनेस पिच वह होती है जब कंपनी या स्टार्टअप से जुड़े फाउंडर या को-फाउंडर बिजनेस के बारे में लोगों को बताते हैं। इसमें बिजनेस क्या है, टर्नओवर कितना है, प्रॉफिट आदि शामिल होता है। शार्क टैंक इंडिया में काफी स्टार्टअप आते हैं जो अपने कारोबार के बारे में वहां बैठे जजों को जानकारी देते हैं। आइडियाबाज भी बिजनेस रियलिट शो है।
क्या है वीडियो में?इस वीडियो में बेंगलुरु के तीन छोटे बच्चे अपनी इको-फ्रेंडली स्टार्टअप इको वाला (Eco Wala) से सबका दिल जीत रहे हैं। इन बच्चों ने प्लास्टिक बैग की जगह मजबूत, हाथ से बने पेपर बैग बनाने का शानदार तरीका निकाला है। ये है कि ये बैग बिना गोंद या कैंची के बनाए जाते हैं। इस वीडियो में तीनों अपने पेपर बैग के बारे में एक शख्स को बता रहे हैं। बच्चों का कहना है कि सिर्फ 10 रुपये महीने में पेपर बैग का सब्सक्रिप्शन ले सकते हैं। हर संडे दो पेपर बैग सीधे उनके घर पहुंचाए जाएंगे।
क्या है 'इको वाला' की कहानी?बेंगलुरु के बसावेश्वरनगर में रहने वाले तीन बच्चे शारदा (फाउंडर), नचिकेता (मैनेजर) और समुद्यता (को-मैनेजर) ने अपने स्कूल प्रोजेक्ट को एक असली बिजनेस में बदल दिया है। उन्होंने 'इको वाला' की शुरुआत प्लास्टिक प्रदूषण के बारे में जागरूकता फैलाने और लोगों को पर्यावरण के अनुकूल विकल्प चुनने के लिए प्रेरित करने के लिए की है।
बच्चों ने समझाया अपना आइडियावीडियो की शुरुआत में तीनों बच्चे कैमरे के पीछे खड़े एक आदमी से अपना परिचय कराते हैं। शारदा हाथ में एक पेपर बैग पकड़े हुए खुशी-खुशी बताती हैं कि यह एक सैंपल है। शारदा उस शख्स को बताती हैं कि बैग को कैसे खोलना है। जब वह शख्स उनसे उनके स्टार्टअप का नाम पूछता है, तो वह मुस्कुराते हुए अपना और अपने साथियों का नाम बताती हैं। जब उनसे पूछा जाता है कि उनका ऑफिस कहां है तो शारदा मुस्कुराकर जवाब देती है, 'हमें पते के बारे में पक्का नहीं पता। लेकिन अगर आप नंबर पर फोन करेंगे तो हम आपके घर आ जाएंगे।'
हर्ष गोयनका ने अपनी पोस्ट में लिखा है, 'शार्क टैंक (Shark Tank) और आइडियाबाज (Ideabaaz) को भूल जाइए। इस पिच ने मेरा दिल चुका लिया।' बिजनेस पिच वह होती है जब कंपनी या स्टार्टअप से जुड़े फाउंडर या को-फाउंडर बिजनेस के बारे में लोगों को बताते हैं। इसमें बिजनेस क्या है, टर्नओवर कितना है, प्रॉफिट आदि शामिल होता है। शार्क टैंक इंडिया में काफी स्टार्टअप आते हैं जो अपने कारोबार के बारे में वहां बैठे जजों को जानकारी देते हैं। आइडियाबाज भी बिजनेस रियलिट शो है।
क्या है वीडियो में?इस वीडियो में बेंगलुरु के तीन छोटे बच्चे अपनी इको-फ्रेंडली स्टार्टअप इको वाला (Eco Wala) से सबका दिल जीत रहे हैं। इन बच्चों ने प्लास्टिक बैग की जगह मजबूत, हाथ से बने पेपर बैग बनाने का शानदार तरीका निकाला है। ये है कि ये बैग बिना गोंद या कैंची के बनाए जाते हैं। इस वीडियो में तीनों अपने पेपर बैग के बारे में एक शख्स को बता रहे हैं। बच्चों का कहना है कि सिर्फ 10 रुपये महीने में पेपर बैग का सब्सक्रिप्शन ले सकते हैं। हर संडे दो पेपर बैग सीधे उनके घर पहुंचाए जाएंगे।
क्या है 'इको वाला' की कहानी?बेंगलुरु के बसावेश्वरनगर में रहने वाले तीन बच्चे शारदा (फाउंडर), नचिकेता (मैनेजर) और समुद्यता (को-मैनेजर) ने अपने स्कूल प्रोजेक्ट को एक असली बिजनेस में बदल दिया है। उन्होंने 'इको वाला' की शुरुआत प्लास्टिक प्रदूषण के बारे में जागरूकता फैलाने और लोगों को पर्यावरण के अनुकूल विकल्प चुनने के लिए प्रेरित करने के लिए की है।
Forget Shark Tank, forget Ideabaaz, this pitch stole my heart…. pic.twitter.com/nABlEU4vU2
— Harsh Goenka (@hvgoenka) November 1, 2025
बच्चों ने समझाया अपना आइडियावीडियो की शुरुआत में तीनों बच्चे कैमरे के पीछे खड़े एक आदमी से अपना परिचय कराते हैं। शारदा हाथ में एक पेपर बैग पकड़े हुए खुशी-खुशी बताती हैं कि यह एक सैंपल है। शारदा उस शख्स को बताती हैं कि बैग को कैसे खोलना है। जब वह शख्स उनसे उनके स्टार्टअप का नाम पूछता है, तो वह मुस्कुराते हुए अपना और अपने साथियों का नाम बताती हैं। जब उनसे पूछा जाता है कि उनका ऑफिस कहां है तो शारदा मुस्कुराकर जवाब देती है, 'हमें पते के बारे में पक्का नहीं पता। लेकिन अगर आप नंबर पर फोन करेंगे तो हम आपके घर आ जाएंगे।'
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