मुंबई: एनसीपी प्रमुख और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने करीबी सूरत चव्हाण को प्रदेश युवा अध्यक्ष पद से छुट्टी कर दी। उपमुख्यमंत्री पवार ने रविवार की घटना को निंदनीय बताते हुए कहा कि यह सख्त फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि उनका व्यवहार पार्टी के मूल्यों के खिलाफ है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पवार ने कहा कि वह किसी भी प्रकार की हिंसा, अभद्र व्यवहार या असंसदीय भाषा के प्रयोग के खिलाफ हैं। हम समाज के हर वर्ग की जायज मांगों और भावनाओं का ईमानदारी से सम्मान करते हैं। हमारी पार्टी की पहचान छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहू महाराज, महात्मा फुले और डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर के लोकतांत्रिक, समतावादी और भाईचारे के आदर्शों पर आधारित है।
एनसीपी (अजित पवार) के प्रदेश अध्यक्ष व लोकसभा सदस्य सुनील तटकरे रविवार को लातूर में प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे तभी उन पर छावा संगठन के लोगों ने ताश के पत्ते फेंके। अजित पवार की पार्टी के युवा नेताओं ने छावा संगठन के कार्यकर्ताओं की पिटाई कर दी, क्योंकि वे कुछ देर बाद एनसीपी कार्यकर्ताओं ने छावा संगठन के नेता विजय घाटगे को और अन्य लोगों को लात-घूंसों से पीटा, जिसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप करके उन्हें अलग किया। हमले में शामिल एनसीपी युवा के प्रदेश अध्यक्ष सूरज चव्हाण ने आरोप लगाया कि यह घटना घाटगे और अन्य पदाधिकारियों द्वारा एनसीपी नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के कारण हुई।
सोमवार को चव्हाण ने पत्रकारों से बात करते हुए स्वीकार किया कि उस वक्त उन्होंने अपना आपा खो दिया था। चव्हाण ने कहा कि, चूंकि हम सत्ता में हैं इसका मतलब यह नहीं है कि हम कुछ गलत कर रहे हैं। मेरी पार्टी के प्रमुख अजित दादा पवार ने मुझसे मेरा इस्तीफा मांगा। मैंने अपना इस्तीफा उन्हें दे दिया है। अजित पवार ने अपने बयान में कहा कि लातूर में एनसीपी और छावा संगठन के पदाधिकारियों के बीच हुई घटना अत्यंत गंभीर, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।
एनसीपी (अजित पवार) के प्रदेश अध्यक्ष व लोकसभा सदस्य सुनील तटकरे रविवार को लातूर में प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे तभी उन पर छावा संगठन के लोगों ने ताश के पत्ते फेंके। अजित पवार की पार्टी के युवा नेताओं ने छावा संगठन के कार्यकर्ताओं की पिटाई कर दी, क्योंकि वे कुछ देर बाद एनसीपी कार्यकर्ताओं ने छावा संगठन के नेता विजय घाटगे को और अन्य लोगों को लात-घूंसों से पीटा, जिसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप करके उन्हें अलग किया। हमले में शामिल एनसीपी युवा के प्रदेश अध्यक्ष सूरज चव्हाण ने आरोप लगाया कि यह घटना घाटगे और अन्य पदाधिकारियों द्वारा एनसीपी नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के कारण हुई।
सोमवार को चव्हाण ने पत्रकारों से बात करते हुए स्वीकार किया कि उस वक्त उन्होंने अपना आपा खो दिया था। चव्हाण ने कहा कि, चूंकि हम सत्ता में हैं इसका मतलब यह नहीं है कि हम कुछ गलत कर रहे हैं। मेरी पार्टी के प्रमुख अजित दादा पवार ने मुझसे मेरा इस्तीफा मांगा। मैंने अपना इस्तीफा उन्हें दे दिया है। अजित पवार ने अपने बयान में कहा कि लातूर में एनसीपी और छावा संगठन के पदाधिकारियों के बीच हुई घटना अत्यंत गंभीर, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।
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