इस्लामाबाद: अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी की भारत यात्रा के बाद से पाकिस्तान पूरी तरह बौखला गया है। मुत्तकी के भारत पहुंचने के कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तान ने काबुल में हवाई हमला कर दिया था। अब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने अफगानिस्तान के खिलाफ जहर उगला है। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अफगानियों को एहसान फरामोश कौम बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में रहने वाले अफगानी पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा नहीं लगाते। इसके पहले ख्वाजा आसिफ ने अफगानिस्तान को पाकिस्तान का दुश्मन नंबर 1 बताया था।
एक इंटरव्यू में जब ख्वाजा आसिफ से पाकिस्तान को नंबर 1 दुश्मन बताने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने सीधे कहा कि 'अफगानी एहसान फरामोश हैं।' उन्होंने कहा कि '50-60 लाख अफगानी पाकिस्तान में हैं, उनमें किसी को पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने को कहें, वो नहीं लगाएंगे।' आसिफ ने दावा किया कि अफगानियों ने 'पाकिस्तान में पासपोर्ट लिया हुआ है, ठेकेदार बन गए हैं, कारोबारी बन गए हैं। यहां तक कि काबुल में हुकूमत चला रहे हैं और कराची में प्रॉपर्टी है।'
हिंदुस्तान के साथ कंधे से कंधा मिला रहे अफगानी
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि अफगान नेताओं के परिवार पाकिस्तान में रहते हैं और वे पाकिस्तान के खिलाफ बयानबाजी देते हैं। पाकिस्तान के दुश्मन हिंदुस्तान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलते हैं। इस दौरान आसिफ ने पाकिस्तान का दुखड़ा भी रोया और कहा कि हमने 30-40 साल में उनके लिए क्या-क्या नहीं किया और अफगानिस्तान हमें मान्यता देने वाला आखिरी देश था।
अफगानियों को निकाले जाने का किया समर्थन
पाकिस्तान में रह रहे अफगान नागरिकों को निकाले जाने के सवाल पर आसिफ ने कहा कि 'अफगानियों की मेहमानदारी हमने बहुत कर ली। उनको अब वापस अपने घरों में जाना चाहिए।' इस दौरान भी ख्वाजा आसिफ की तिलमिलाहट दिखाई दी और उन्होंने तंज भरे अंदाज में कहा कि उनके पास बड़ी दौलत है।
इसके पहले गुरुवार को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अफगानिस्तान को दुश्मन नंबर 1 बताते हुए अफगान तालिबान को कड़ी चेतावनी दी थी। आसिफ ने कहा कि अब बहुत हो चुका और चेतावनी दी कि पाकिस्तान अब अफगानिस्तान की धरती से आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि अफगान तालिबान के सदस्य तहरीक-ए-तालिबन पाकिस्तान (TTP) जैसे पाकिस्तान के दुश्मनों की मदद कर रहे हैं।
एक इंटरव्यू में जब ख्वाजा आसिफ से पाकिस्तान को नंबर 1 दुश्मन बताने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने सीधे कहा कि 'अफगानी एहसान फरामोश हैं।' उन्होंने कहा कि '50-60 लाख अफगानी पाकिस्तान में हैं, उनमें किसी को पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने को कहें, वो नहीं लगाएंगे।' आसिफ ने दावा किया कि अफगानियों ने 'पाकिस्तान में पासपोर्ट लिया हुआ है, ठेकेदार बन गए हैं, कारोबारी बन गए हैं। यहां तक कि काबुल में हुकूमत चला रहे हैं और कराची में प्रॉपर्टी है।'
हिंदुस्तान के साथ कंधे से कंधा मिला रहे अफगानी
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि अफगान नेताओं के परिवार पाकिस्तान में रहते हैं और वे पाकिस्तान के खिलाफ बयानबाजी देते हैं। पाकिस्तान के दुश्मन हिंदुस्तान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलते हैं। इस दौरान आसिफ ने पाकिस्तान का दुखड़ा भी रोया और कहा कि हमने 30-40 साल में उनके लिए क्या-क्या नहीं किया और अफगानिस्तान हमें मान्यता देने वाला आखिरी देश था।
अफगानियों को निकाले जाने का किया समर्थन
पाकिस्तान में रह रहे अफगान नागरिकों को निकाले जाने के सवाल पर आसिफ ने कहा कि 'अफगानियों की मेहमानदारी हमने बहुत कर ली। उनको अब वापस अपने घरों में जाना चाहिए।' इस दौरान भी ख्वाजा आसिफ की तिलमिलाहट दिखाई दी और उन्होंने तंज भरे अंदाज में कहा कि उनके पास बड़ी दौलत है।
इसके पहले गुरुवार को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अफगानिस्तान को दुश्मन नंबर 1 बताते हुए अफगान तालिबान को कड़ी चेतावनी दी थी। आसिफ ने कहा कि अब बहुत हो चुका और चेतावनी दी कि पाकिस्तान अब अफगानिस्तान की धरती से आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि अफगान तालिबान के सदस्य तहरीक-ए-तालिबन पाकिस्तान (TTP) जैसे पाकिस्तान के दुश्मनों की मदद कर रहे हैं।
You may also like
पश्चिम बंगाल: दुर्गापुर में मेडिकल छात्रा से गैंगरेप का आरोप, पुलिस ने अब तक जो बताया
कांग्रेस नेता पर फायरिंग और तलवार से हमला, भीलवाड़ा में मची सनसनी
क्या आपको पता है बुरा वक्त आने से` पहले भगवान देते हे ये 8 संकेत
Maharashtra: मैं आईने में देखता हूं, लेकिन आप किसानों को देखिए..!
ऊंटनी का दूध इन 20 गंभीर बीमारी को` करता है जड़ से खत्म अगर किसी मंद बुध्दि को इसका दूध पिला दिया जाए तो दिमाग कंप्यूटर से भी तेज़ हो जाता है