News India live, Digital Desk: Rainy season : बारिश का मौसम आते ही मन खुश हो जाता है, लेकिन यह अपने साथ कई बीमारियां भी लेकर आता है। इस मौसम में सर्दी-खांसी, डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है। ऐसे में दवाइयों के साथ-साथ हमारी रसोई और बगीचे में ही कुछ ऐसे प्राकृतिक उपाय छिपे होते हैं, जो इन बीमारियों से लड़ने में हमारी मदद कर सकते हैं।
इन्हीं में से एक है पपीते के पत्ते का रस, जो मानसून की बीमारियों के लिए किसी ‘रामबाण इलाज’ से कम नहीं है। आइए जानते हैं कि यह कड़वा रस सेहत के लिए कितना मीठा है।
1. डेंगू से लड़ाई में ‘हीरो’
डेंगू में सबसे बड़ा खतरा होता है प्लेटलेट्स का गिरना। पपीते के पत्ते का रस प्लेटलेट्स को तेजी से बढ़ाने में किसी जादू की तरह काम करता है। यही वजह है कि डेंगू के मरीजों को इसे पीने की सलाह दी जाती है।
2.इम्यूनिटी को बनाए फौलादी
बारिश के मौसम में हमारा शरीर कमजोर हो जाता है और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। पपीते के पत्तों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर की रोग से लड़ने की ताकत (इम्यूनिटी) को मजबूत बनाते हैं। इससे आप मौसमी बीमारियों से बचे रहते हैं।
3. पाचन रखे दुरुस्त
मानसून में तला-भुना खाने से अक्सर पेट गड़बड़ हो जाता है। पपीते के पत्तों में ‘पापेन’ नाम का एक खास एंजाइम होता है, जो प्रोटीन को तोड़ने और खाने को आसानी से पचाने में मदद करता है। इससे गैस, अपच और पेट फूलने जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
4. मलेरिया में भी असरदार
कुछ स्टडीज में यह भी पाया गया है कि पपीते के पत्ते के रस में ऐसे गुण होते हैं जो मलेरिया के परजीवियों से लड़ने में भी मददगार साबित हो सकते हैं।
कैसे बनाएं यह चमत्कारी रस?
पपीते के 4-5 ताजे पत्ते लें और उन्हें अच्छी तरह धो लें। अब इन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़कर मिक्सी या ओखली में थोड़ा सा पानी डालकर पीस लें। फिर इस पेस्ट को एक साफ कपड़े में रखकर निचोड़ लें और रस निकाल लें।
जरूरी बात: यह सच है कि इसका स्वाद बहुत कड़वा होता है, लेकिन सेहत के लिए इसके फायदे अनमोल हैं। हालांकि, यह ध्यान रखें कि यह एक घरेलू नुस्खा है और किसी भी गंभीर बीमारी की स्थिति में डॉक्टर की सलाह का विकल्प नहीं है।
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