क्या आपका बच्चा स्कूल या सांस्कृतिक कार्यक्रम में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भाषण देने वाला है? या आप किसी सामुदायिक आयोजन में मंच संभालने की तैयारी कर रहे हैं? जन्माष्टमी का भाषण सिर्फ़ शब्द नहीं, बल्कि भगवान श्रीकृष्ण के जीवन, उनके उपदेश और उनके प्रेम का मधुर स्मरण होता है। यहां हम आपके लिए चार भाषाओं—हिंदी, अंग्रेज़ी, गुजराती और कन्नड़—में तैयार भाषण लेकर आए हैं, जो सरल, यादगार और प्रभावशाली हैं।हिंदी में जन्माष्टमी भाषणआदरणीय प्रधानाचार्य, शिक्षकगण, और मेरे प्यारे मित्रों को नमस्कार,आज हम सब यहां भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव "जन्माष्टमी" को मनाने के लिए एकत्र हुए हैं।भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में देवकी और वासुदेव के घर, अत्याचार के अंधकार को मिटाने के लिए हुआ। उनके जीवन में बाल लीला, प्रेम, संगीत और ज्ञान का अनोखा संगम देखने को मिलता है।वे गीता के उपदेशों से हमें सच्चाई, कर्तव्य और निस्वार्थ कर्म का मार्ग दिखाते हैं।इस दिन हम मंदिर सजाते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं, व्रत रखते हैं और आधी रात को भगवान के जन्म की लीला मनाते हैं।आइए हम प्रतिज्ञा करें कि उनके बताए मार्ग पर चलकर अपने जीवन को सार्थक बनाएं।जन्माष्टमी 2025 की तारीख और पूजा का महत्वइस साल जन्माष्टमी 15 और 16 अगस्त के बीच पड़ रही है (तिथि और पूजा मुहूर्त स्थानानुसार)।भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव सिर्फ़ धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि यह जीवन में धर्म, प्रेम और सत्य की विजय का प्रतीक है।
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