उठते-बैठते घुटनों में दर्द?सीढ़ियां चढ़ना पहाड़ जैसा लगता है?या थोड़ी देर चलने के बाद ही घुटने जवाब दे देते हैं?अगर आप भी इन समस्याओं से जूझ रहे हैं,तो आप अकेले नहीं हैं। यह आज के समय की एक आम समस्या बन गई है,जो सिर्फ बूढ़ों को ही नहीं,बल्कि युवाओं को भी परेशान कर रही है।बहुत से लोग सोचते हैं कि घुटनों में दर्द है तो एक्सरसाइज या योग नहीं करना चाहिए,कहीं दर्द और बढ़ न जाए। लेकिन सच्चाई इसके बिल्कुल उलट है। सही तरीके से किए गए कुछ योगासन आपके घुटनों के लिए'दवा'की तरह काम कर सकते हैं।योग कैसे करता है मदद?असल में,योग आपके घुटनों पर सीधा दबाव नहीं डालता,बल्कि यह आपकी जांघों और पैरों की उन मांसपेशियों को मजबूत करता है जो'शॉक एब्जॉर्बर'की तरह काम करती हैं। जब ये मांसपेशियां मजबूत होती हैं,तो आपके घुटनों पर जोर कम पड़ता है और दर्द में धीरे-धीरे आराम मिलने लगता है।चलिए जानते हैं उन5सरल योगासनों के बारे में,जिन्हें आप आसानी से अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।1.ताड़ासन (माउंटेन पोज)यह दिखने में सबसे आसान लेकिन बेहद असरदार आसन है।कैसे करें:सीधे खड़े हो जाएं,दोनों पैरों के बीच थोड़ी दूरी रखें। अपने शरीर का वजन दोनों पैरों पर बराबर डालें। जांघों की मांसपेशियों को थोड़ा कसें और गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं। इस स्थिति में कुछ देर रुकें।फायदा:यह आसन पूरे शरीर में संतुलन और स्थिरता लाता है,जिससे घुटनों पर दबाव कम होता है।2.उत्कटासन (चेयर पोज का सरल रूप)इसे'जादुई कुर्सी'भी कह सकते हैं जो आपके घुटनों को ताकत देती है।कैसे करें:सीधे खड़े होकर अपने दोनों हाथों को सामने की ओर सीधा फैलाएं। अब धीरे-धीरे अपने घुटनों को ऐसे मोड़ें जैसे आप किसी कुर्सी पर बैठने जा रहे हैं।ध्यान दें:पूरा नीचे न बैठें,बस उतना ही झुकें जितना आप आराम से कर सकें। इस स्थिति में10-20सेकंड रुकें और फिर सीधे हो जाएं।फायदा:यह सीधे जांघों की क्वाड्रिसेप्स मांसपेशियों को मजबूत करता है।3.त्रिकोणासन (ट्राएंगल पोज)कैसे करें:अपने पैरों को चौड़ा करके खड़े हों। अब अपने दाहिने हाथ से दाहिने पैर को छूने की कोशिश करें और बाएं हाथ को सीधा ऊपर आसमान की ओर उठाएं। नजर ऊपर वाले हाथ की तरफ रखें। यही प्रक्रिया दूसरी तरफ से भी दोहराएं।फायदा:यह आसन जांघों और कमर की मांसपेशियों को खोलता है और उनमें लचीलापन लाता है।4.सेतु बंधासन (ब्रिज पोज)कैसे करें:पीठ के बल लेट जाएं और घुटनों को मोड़ लें। अब धीरे-धीरे अपनी कमर और कूल्हों को ऊपर की ओर उठाएं,एक पुल जैसी आकृति बनाएं। कुछ सेकंड रुकने के बाद वापस नीचे आ जाएं।फायदा:यह कूल्हों और जांघों के पीछे की मांसपेशियों (हैमस्ट्रिंग) को मजबूत करता है, जो घुटनों को सहारा देती हैं।5.वीराभद्रासन-2 (वॉरियर-2पोज)कैसे करें:अपने पैरों को फैलाकर खड़े हों। एक पैर को90डिग्री पर मोड़ें और शरीर को उसी तरफ घुमाएं। दोनों हाथों को कंधों की सीध में फैलाएं।फायदा:यह आसन पैरों में मजबूती और स्थिरता लाता है, साथ ही शरीर का संतुलन भी बेहतर बनाता है।सावधानी: इन बातों का जरूर रखें ध्यानयदि कोई आसन करते समय दर्द बढ़ जाए तो जबरदस्ती न करें।शुरुआत में किसी योग विशेषज्ञ की देखरेख में करना सबसे अच्छा है।किसी भी एक्सरसाइज रूटीन को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।तो अगली बार जब आपके घुटने दर्द करें,तो डरें नहीं। धीरे-धीरे और सही तरीके से इन योगासनों को अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाएं और अपने जोड़ों को एक नई मजबूती दें।
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