News India Live, Digital Desk: हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में से एक, गरुड़ पुराण का नाम सुनते ही अक्सर लोगों के मन में मृत्यु और उसके बाद के रहस्यमयी सफर का ख्याल आता है। लेकिन यह पुराण सिर्फ मरने के बाद क्या होता है, यही नहीं बताता, बल्कि यह हमें यह भी सिखाता है कि जीते-जी हमें कैसा जीवन जीना चाहिए।गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु ने अपने वाहन गरुड़ देव को कर्मों के फल के बारे में विस्तार से बताया है। इसमें साफ़-साफ़ लिखा है कि हमारे इसी जन्म में किए गए अच्छे और बुरे कामों का हिसाब ही यह तय करता है कि हमारा अगला जन्म कैसा होगा।इसमें कुछ ऐसे कामों के बारे में खास तौर पर चेतावनी दी गई है, जिन्हें करने वाला व्यक्ति अगले जन्म में मनुष्य के रूप में जन्म लेने का मौका खो देता है और उसे पशु-पक्षियों की योनि में कष्ट भोगना पड़ता है। तो चलिए जानते हैं उन 5 कामों के बारे में जिनसे हमें हमेशा बचना चाहिए।1. गुरु या बड़ों का अपमान करनाहमारे शास्त्रों में गुरु को माता-पिता से भी ऊँचा दर्जा दिया गया है। गुरु ही हमें अज्ञान के अंधकार से निकालकर ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाता है। गरुड़ पुराण के अनुसार, जो व्यक्ति अपने गुरु, माता-पिता या किसी भी सम्मानित व्यक्ति का जानबूझकर अपमान करता है, उसे नीचा दिखाता है या उसका दिल दुखाता है, वह घोर पाप का भागी बनता है। ऐसे व्यक्ति को अगले जन्म में बिना हड्डियों वाले जीव, जैसे साँप या पानी में रहने वाले किसी जीव के रूप में जन्म लेना पड़ता है।2. किसी को धोखा देना या छल करनाजब कोई हम पर भरोसा करता है और हम उस भरोसे को तोड़ देते हैं, तो यह भगवान की नज़र में एक बड़ा अपराध है। किसी सीधे-सादे या निर्दोष व्यक्ति को अपनी मीठी बातों में फंसाकर उसका धन हड़पना या उसके साथ छल-कपट करना महापाप माना गया है। गरुड़ पुराण कहता है कि ऐसा करने वाले व्यक्ति को अगले जन्म में उल्लू के रूप में जन्म मिलता है, जो दिन के उजाले में देख नहीं पाता और अँधेरे में भटकता रहता है।3. स्त्री का अपमान या उस पर अत्याचारजिस संस्कृति में नारी को देवी का रूप माना गया हो, वहाँ उसका अपमान करना या उस पर किसी भी तरह का अत्याचार करना अक्षम्य अपराध है। जो पुरुष किसी महिला के साथ दुर्व्यवहार करता है, उसे प्रताड़ित करता है या उसकी इज़्ज़त पर हाथ डालता है, उसे अगले जन्मों तक भयानक कष्ट भोगने पड़ते हैं। गरुड़ पुराण के अनुसार, ऐसे पापी को अगले जन्म में गिद्ध या किसी दूसरे भयानक और मांस खाने वाले जीव की योनि मिलती है।4. सोना या कीमती वस्तु चुरानाचोरी करना किसी भी धर्म में पाप माना गया है, लेकिन सोने जैसी पवित्र और कीमती धातु की चोरी को एक गंभीर पाप बताया गया है। सोना धन की देवी माँ लक्ष्मी का प्रतीक है। जो व्यक्ति किसी ब्राह्मण या किसी ज़रूरतमंद व्यक्ति का सोना चुराता है, उसे अगले जन्म में कीड़े-मकोड़े का जीवन मिलता है।5. निर्दोष जीवों की हत्या करनाभगवान ने इस धरती पर हर जीव को जीने का हक़ दिया है। जो व्यक्ति सिर्फ़ अपने मनोरंजन या स्वार्थ के लिए किसी बेजुबान और निर्दोष जीव की हत्या करता है या उसे बेवजह कष्ट पहुँचाता है, वह पाप का भागी बनता है। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने वाले को अगले जन्म में कसाई या शिकारी जानवर के रूप में जन्म लेकर उन्हीं कष्टों से गुज़रना पड़ता है, जो उसने दूसरों को दिए थे।गरुड़ पुराण हमें डराने के लिए नहीं, बल्कि हमें सही रास्ते पर चलाने के लिए है। इसका सार यही है कि हम जो आज करेंगे, वही कल भोगेंगे। इसलिए, मनुष्य का यह अनमोल जीवन हमें मिला है, तो हमें इसे अच्छे कर्म करते हुए ही जीना चाहिए।
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