अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयात करने वाले निर्माताओं पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है। लेकिन सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी अन्य देश के दबाव में या किसी समय सीमा के तहत कोई भी व्यापार समझौता नहीं करेगी। इन सबके बीच, सरकार ट्रंप के टैरिफ से निपटने की तैयारी भी कर रही है और इस पर आत्ममंथन भी जारी है। इसके लिए कांग्रेस सांसद शशि थरूर सरकार के साथ मिलकर योजना बनाएंगे।टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि शशि थरूर की अध्यक्षता वाली विदेश मामलों की स्थायी समिति को सोमवार को भारत की वर्तमान विदेश नीति के नवीनतम घटनाक्रमों से अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि समिति को भारत की विदेश नीति, विशेष रूप से अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता और टैरिफ के घटनाक्रमों से अवगत कराया जाएगा।विदेश मंत्रालय ने बैठक से पहले एक संसदीय समिति को बताया कि भारत पर द्वितीयक प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले ने उसे एक ऐसे भू-राजनीतिक संघर्ष में धकेल दिया है जो उसने पैदा नहीं किया था। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच विश्वास की कमी के बावजूद, भारत अमेरिका के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।भारत को कई बातों पर विचार करना होगा- शशि थरूरइससे पहले अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शुक्रवार को कहा था कि भारत को भी अपने हितों की रक्षा करनी चाहिए। थरूर ने कहा कि जो हो रहा है, वह चिंताजनक है। अगर एक ऐसा देश, जिसके साथ हमारे घनिष्ठ संबंध थे और हम रणनीतिक साझेदार के रूप में काम कर रहे थे, उसने अपना व्यवहार बदल लिया है, तो भारत को कई बातों पर विचार करना चाहिए। हो सकता है कि अगले दो से तीन हफ्तों में हम बात करके कोई रास्ता निकाल सकें। भारत को भी अपने हितों का ध्यान रखना होगा।
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