नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दावा करते हुए ऐलान किया है कि उत्तरी झारखंड के बोकारो क्षेत्र से नक्सलवाद अब पूरी तरह से समाप्त हो गया है। इसी के साथ उन्होंने यह भी दोहराया है कि जल्द ही पूरा देश नक्सलवाद की समस्या से मुक्त होगा। दरअसल झारखंड के हजारीबाग में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन और राज्य पुलिस की ज्वाइंट टीम को एंटी नक्सल ऑपरेशन में बड़ी कामयाबी मिली और 1 करोड़ रुपए के इनामी कुख्यात नक्सली कमांडर सीसीएम सहदेव सोरेन उर्फ परवेश को ढेर कर दिया गया। इसके साथ ही, दो अन्य इनामी नक्सलियों- रघुनाथ हेम्ब्रम उर्फ चंचल और बिरसेन गांझू उर्फ रामखेलावन को भी सुरक्षा बलों ने मार गिराया था।
इन तीन नक्सलियों के मारे जाने के बाद गृहमंत्री ने घोषणा करते हुए बताया कि इस ऑपरेशन के बाद बोकारो नक्सलवाद से पूरी तरह से मुक्त हो चुका है। आपको बता दें कि अमित शाह ने अगले साल मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद को खत्म करने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए उन्होंने नक्सल रोधी अभियानों के लिए सुरक्षाबलों को फ्री हैंड दे रखा है। इसी का नतीजा है कि आए दिन किसी न किसी बड़े नक्सली के एनकाउंटर में मारे जाने की खबर आती है। वहीं बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण भी कर रहे हैं।
अभी 11 सितंबर को ही छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में शोभा और मैनपुर थाना क्षेत्र के जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 10 नक्सली मारे गए थे। इस एनकाउंटर में नक्सलियों का सीसी मेंबर मॉडेम बालाकृष्ण उर्फ बालन्ना उर्फ रामचंद्र उर्फ राजेंद्र उर्फ मनोज भी मारा गया था। उसी दिन नारायणपुर जिले में 16 नक्सलियों ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण भी किया था। ये सभी नक्सली निचले स्तर के कैडर थे और जनताना सरकार, चेतना नाट्य मंडली तथा माओवादियों की पंचायत सहित विभिन्न इकाइयों से जुड़े हुए थे।
The post Amit Shah’s Big Announcement On Naxalism : बोकारो से पूरी तरह खत्म हुआ नक्सलवाद, 1 करोड़ के इनामी समेत तीन नक्सलियों के मारे जाने के बाद अमित शाह का ऐलान appeared first on News Room Post.
You may also like
Supreme Court On Divorce Case: तलाक के केस में पत्नी से फोन पर हुई बातचीत का रिकॉर्ड सबूत के तौर पर पेश कर सकते हैं या नहीं?, सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया अहम फैसला
भारतीय टीम में सिर्फ रोहित शर्मा के साथ हुआ ऐसा अन्याय? ICC ट्रॉफी भारत के लिए लकी, लेकिन हिटमैन के लिए पनौती क्यों?
किचन में छिपे हैं कई प्राकृतिक एंटीबायोटिक, सही विधि से इस्तेमाल दिला सकता है रोगों से मुक्ति
छोटी बच्चियों का शौकीन ताऊ! 8 महीने` की भतीजी पर डोल गया दिल, बनाया हवस का शिकार
दही: नमक, चीनी या गुड़, दही के साथ क्या खाना ज़्यादा फायदेमंद है? जानें आपकी सेहत के लिए क्या है बेहतर