मुंबई, 13 जुलाई (Udaipur Kiran) । दक्षिण भारतीय सिनेमा के प्रतिष्ठित अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव का निधन हो गया है। उन्होंने 83 वर्ष की आयु में आज सुबह करीब 4 बजे अंतिम सांस ली। वे उम्र संबंधी कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। उनके निधन की खबर से फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है
अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव के निधन से न सिर्फ साउथ भारतीय सिनेमा, बल्कि पूरी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को गहरा सदमा लगा है। आंध्र प्रदेश के कांकीपाडु में जन्मे श्रीनिवास एक प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता, डॉ. सीता राम अंजनेयुलु, एक जाने-माने चिकित्सक थे। हालांकि श्रीनिवास का झुकाव शुरू से ही अभिनय की ओर था। विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कॉलेज के दिनों में थिएटर के प्रति अपने जुनून को जीवित रखते हुए स्टेट बैंक में नौकरी भी की, लेकिन अभिनय का प्रेम इतना गहरा था कि वे जल्द ही रंगमंच और फिर सिनेमा की दुनिया में पूरी तरह रम गए।
भारतीय सिनेमा के चमकते सितारे कोटा श्रीनिवास राव का फिल्मी और राजनीतिक सफर एक प्रेरणा की मिसाल है। वे ऐसे कलाकार थे, जिन्होंने न सिर्फ पर्दे पर अभिनय का जादू बिखेरा, बल्कि थिएटर, राजनीति और निजी जीवन में भी चुनौतियों को स्वीकार कर उन्हें अपना जीवन दर्शन बना लिया। वर्ष 1999 से 2004 तक उन्होंने विजयवाड़ा ईस्ट सीट से आंध्र प्रदेश विधानसभा में विधायक भी रहे थे। एक सच्चे जनप्रतिनिधि और समर्पित अभिनेता के रूप में श्रीनिवास ने समाज के विविध पहलुओं को नज़दीक से देखा और उन्हें अपनी अदाकारी के माध्यम से सजीव रूप में प्रस्तुत किया। उनका सफर, संघर्षों से भरा होते हुए भी असाधारण उपलब्धियों से सजा रहा।
कोटा श्रीनिवास राव को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्मश्री सहित राज्य के प्रतिष्ठित नंदी पुरस्कार समेत कई बड़े सम्मान प्राप्त हुए। अपने चार दशकों से भी लंबे करियर में उन्होंने 700 से अधिक फिल्मों में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। महेश बाबू, जूनियर एनटीआर, प्रभास और अल्लू अर्जुन जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ काम करते हुए उन्होंने हर पीढ़ी के दर्शकों को प्रभावित किया। अपने हर किरदार में पूरी तरह डूब जाने की उनकी कला ने उन्हें खास बनाया। सिर्फ तेलुगु सिनेमा ही नहीं, श्रीनिवास ने कई हिंदी फिल्मों में भी अपनी छाप छोड़ी। सरकार, डार्लिंग, बागी और लक जैसी फिल्मों में उनका अभिनय आज भी याद किया जाता है।
(Udaipur Kiran) / लोकेश चंद्र दुबे
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