चंडीगढ़, 02 सितंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा में स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों के बावजूद छह जिलों के लिंगानुपात में कोई सुधार नहीं हुआ है, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने संबंधित जिलों के सीएमओ से जवाब तलब करने के लिए विशेष बैठक बुलाने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने मंगलवार को लिंगानुपात सुधार के लिए गठित स्टेट टास्क फोर्स की बैठक में यह निर्देश दिए। जिन जिलों के लिंगानुपात में सुधार नहीं हुआ है उनमें अंबाला, भिवानी, चरखी दादरी, करनाल, सिरसा तथा पलवल शामिल हैं। इन जिलों में तैनात मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से जवाब तलब किया गया है।
राजपाल ने आयुष विभाग के डॉक्टरों को भी निर्देश दिए कि वे अवैध रूप से बिकने वाली एमटीपी किट के मामले में नजर रखें। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कार्य में कोताही पर दो आशा वर्कर्स को नौकरी से हटाया गया है। इनमें सोनीपत की एक आशा वर्कर का पति दिल्ली से एमटीपी किट लाकर सोनीपत जिला में अवैध रूप से बेचता था,शिकायत मिलने पर दोनों के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया। पुलिस ने उनको गिरफ्तार भी कर लिया। इसी प्रकार पंचकूला में पहले से तीन लड़कियों की मां गर्भवती महिला की मौत हो गई और आशा वर्कर द्वारा उस गर्भवती महिला की सही से निगरानी न करने के कारण उसको भी नौकरी से हटा दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे एमटीपी किट खरीदने वाले लोगों पर नजर रखें। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक मोनिका मलिक के अलावा डॉ कुलदीप सिंह एवं टास्क फॉर्स के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
—————
(Udaipur Kiran) शर्मा
You may also like
दिल्ली दंगा: उमर ख़ालिद और शरजील इमाम को हाई कोर्ट ने ज़मानत क्यों नहीं दी?
'विक्ट्री डे परेड' में पीएम मोदी की गैरमौजूदगी पर उठे सवाल
अररिया में बिहार बंद को लेकर एनडीए कार्यकर्ता उतरे सड़क पर,बाजार कराया बंद
`जब` दूल्हे ने लौटाया 11 लाख का दहेज़, कहा आप की बेटी ही हमारे लिए असली दहेज है
12 साल किराए पर रहकर क्या बन सकते हैं घर के मालिक?