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अमित शाह 24 को ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस और विठ्ठलभाई पटेल पर प्रदर्शनी का करेंगे उद्घाटन

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नई दिल्ली, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में बताया कि 24–25 अगस्त को होने वाले ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस और ‘विठ्ठलभाई पटेल की गौरव गाथा’ पर प्रदर्शनी का उद्घाटन रविवार को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह करेंगे। उद्घाटन सत्र में अमित शाह विठ्ठलभाई पटेल पर विशेष डाक टिकट भी जारी करेंगे, जो भारत के लोकतांत्रिक सफर और पहले निर्वाचित भारतीय स्पीकर को सम्मानित करेगा।

विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि यह महत्वपूर्ण आयोजन वीर विठ्ठलभाई पटेल के केंद्रीय विधानसभा के पहले भारतीय स्पीकर के रूप में चुने जाने की शताब्दी का प्रतीक है, जिसमें देशभर से 29 अध्यक्ष और 17 उपाध्यक्ष के साथ राज्यसभा के 6 चेयरमैन और 4 डिप्टी चेयरमैन शामिल होंगे। उपस्थिति में राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मिजोरम, झारखंड, केरल, कर्नाटक, पंजाब और अन्य राज्यों के अध्यक्ष शामिल हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधानसभा के उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट भी उपस्थित रहे।

विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस में चार थीमेटिक सत्र होंगे, जिनमें पहला सत्र “विठ्ठलभाई पटेल : भारत के संविधान और संसदीय संस्थाओं के निर्माण में योगदान विषय पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार द्वारा संबोधित किया जाएगा। इसके बाद मुख्य भाषण ‘भारत – लोकतंत्र की जननी’ राज्यसभा के उपाध्यक्ष हरिवंश नारायण द्वारा दिया जाएगा। तीसरा सत्र, स्वतंत्रता ‘संग्राम और सामाजिक सुधार में पूर्व-स्वतंत्रता केंद्रीय विधानसभाओं के राष्ट्रवादी नेताओं की भूमिका’, केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा किया जाएगा और अंतिम सत्र, ‘एआई और पारदर्शिता: शासन में जवाबदेही और विश्वास सुनिश्चित करना’, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के जरिए संबोधित किया जाएगा।

समारोह का मुख्य आकर्षण विशेष रूप से तैयार की गई प्रदर्शनी ‘विठ्ठलभाई पटेल की गौरव गाथा’ होगी, जिसका उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। यह प्रदर्शनी दुर्लभ अभिलेख, फोटोग्राफ, शब्दशः रिकॉर्ड और ऐतिहासिक वस्तुएं प्रदर्शित करेगी, जो भारत के संसदीय संस्थानों के निर्माण में उनके योगदान को उजागर करेंगी।

विजेंद्र गुप्ता बताया कि प्रदर्शनी में एक विशेष भाग शहीद भगत सिंह को सम्मानित किया जाएगा, जिसमें 8 अप्रैल 1929 को उनके और बटुकेश्वर दत्त द्वारा केंद्रीय विधानसभा में गैर-घातक बम फेंकने के साहसिक कृत्य का वर्णन होगा। यह अनुभाग भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के 23 मार्च 1931 को फांसी दिए जाने तक के मुकदमे और घटनाओं को भी दिखाएगा। दुर्लभ अभिलेख, फोटोग्राफ और रिकॉर्ड के माध्यम से दर्शक देख सकेंगे कि कैसे भगत सिंह की क्रांतिकारी भावना ने औपनिवेशिक शासन को झकझोर दिया और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित किया।

विजेंद्र गुप्ता ने शहीद भगत सिंह का मूल मृत्यु प्रमाण पत्र और मृत्यु वारंट भी प्रदर्शित किया, जिसमें यह दर्ज था कि उन्हें फांसी पर एक घंटे के लिए लटका कर रखा गया था। यह ऐतिहासिक दस्तावेज और अन्य दुर्लभ अभिलेख प्रदर्शनी में जनता के लिए प्रदर्शित होंगे।

प्रदर्शनी में महात्मा गांधी के तीन विधानसभा दौरे, साइमन कमीशन के विरोध में बहस, महिला मताधिकार और श्रमिक सुधार, रौलैट एक्ट का विरोध और विठ्ठलभाई पटेल के स्पीकर बनने की ऐतिहासिक घटना भी शामिल होगी। प्रदर्शनी 26 से 31 अगस्त 2025 तक जनता के लिए खुली रहेगी। सम्मेलन के दौरान विशेष डॉक्यूमेंट्री का प्रदर्शन भी किया जाएगा, जिसमें भारत के संसदीय और लोकतांत्रिक सफर को प्रदर्शित किया जाएगा। इसका वॉइस-ओवर पद्म भूषण और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अनुपम खेर द्वारा किया गया है।

विजेंद्र गुप्ता ने यह भी बताया कि दिल्ली विधानसभा को राजनीतिक दृष्टि से विविध नेताओं से बधाई संदेश प्राप्त हुए हैं, जिनमें प्रधानमंत्री, भारत के राष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, केंद्रीय मंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हैं। ये संदेश विठ्ठलभाई पटेल के जीवन और योगदान का जश्न मनाने में दुर्लभ द्विपक्षीय एकता को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि सभी राज्य अतिथियों का स्वागत साहित्य कला परिषद द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों से किया जाएगा, जिसमें राजस्थान का कच्छी घोड़ी नृत्य, हरियाणा का बंचारी नगाड़ा, पूर्वोत्तर का स्वागत नृत्य और केरल का चेंडा वादन शामिल है।

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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव

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