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सीसीएल कोयला खदानों की सुरक्षा का जिम्मा दे सीआईएसएफ को : डीसी

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रामगढ़, 1 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले में कोयले की तस्करी को सीसीएल प्रबंधन की लापरवाही से बढावा मिलता है।इसकी वजह से कोयला खदानों और अवैध मुहानों से कोयला तस्कर चोरी करते हैं। रामगढ़ डीसी फ़ैज़ अक अहमद मुमताज ने इस मुद्दे को काफी गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि सीसीएल के अधीन चालू और बंद कोयला खदान में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। इसकी वजह से चोरों को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने सीसीएल सीएमडी को इस गंभीर मुद्दे पर विचार करते हुए माइंस की सुरक्षा सीआईएसएफ जवानों से कराने को कहा है। इस मामले में उन्होंने सीसीएल सीएमडी को पत्र भी लिखा है। डीसी ने कहा कि रामगढ़ जिले में जितनी भी माइंस हैं उनकी सुरक्षा होमगार्ड जवानों से कराई जा रही है, जो कि बिल्कुल भी पर्याप्त नहीं है।

उजागर हो रही सीसीएल की लापरवाही

डीसी ने पत्र में यह भी लिखा है कि रामगढ़ कोयला खनिज से समृद्ध जिला है। अधिकांश क्षेत्र सीसीएल के अधीन है। खनिजों के अवैध खनन, परिवहन, भण्डारण की रोकथाम के लिए जिला स्तर पर टास्क फोर्स गठित है। इसमें सीसीएल के प्रक्षेत्रीय कार्यालयों में उनके अधीन क्षेत्रों में कोयला खनिज के अवैध उत्खनन, परिवहन, भण्डारण के विरूद्ध की जा रही कार्रवाई की समीक्षा की जाती है। समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि कोयला खनिज के प्रमुख अवैध खनन स्थल, मुहानों पर सीसीएल के सुरक्षा प्रहरि, होमगार्ड जवान मौजूद रहते हैं। कोयला के अवैध खनन के रोकथाम के लिए वे लोग न तो पर्याप्त हैं और ना ही उनकी गतिविधि संतोषप्रद है।

चतरा, बोकारो, धनबाद में सीआईएसएफ के जवान तैनात

डीसी ने सीसीएल सीएमडी को लिखे गए पत्र में कहा है कि चतरा जिले में मगध और आम्रपाली परियोजना, बोकारो जिले के बीएनके एवं ढ़ोरी प्रक्षेत्र तथा बीसीसीएल की ओर से धनबाद में कोयला खदानों को सीआईएसएफ सुरक्षाबल प्राप्त है। वहीं रामगढ़ जिले में अवैध मुहानों में जमीन धंसने, आग लग जाने, पानी भर जाने के कारण कई जानलेवा दुर्घटनाएं पूर्व में घटित हो चुकी हैं। कोयला चोरी से सीसीएल और राज्य सरकार को राजस्व की क्षति होती है। साथ ही क्षेत्र की विधि व्यवस्था भी प्रभावित होती है।

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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश

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