हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रोहड़ू में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने रिश्तों की पवित्रता को कलंकित कर दिया। एक 25 वर्षीय युवक ने अपनी 65 वर्षीय दादी के साथ बलात्कार जैसी घृणित हरकत को अंजाम दिया। यह घटना न केवल समाज के लिए शर्मसार करने वाली है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि मानवीय मूल्यों का ह्रास कितना गंभीर हो चुका है। इस मामले ने स्थानीय समुदाय को स्तब्ध कर दिया है और लोग इस अमानवीय कृत्य की निंदा कर रहे हैं।
घटना का खुलासा और पुलिस कार्रवाईयह दिल दहला देने वाली घटना तब सामने आई जब पीड़िता, जो अपने पति के निधन के बाद अकेले रह रही थी, ने साहस जुटाकर पुलिस में शिकायत दर्ज की। पीड़िता ने बताया कि 3 जुलाई की दोपहर को उसका पोता उसके घर आया और उसने न केवल उसके साथ बलात्कार किया, बल्कि उसे जान से मारने की धमकी भी दी। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और मंगलवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 64(2) (बलात्कार), 332(बी) (जबरन घुसपैठ), और 351(3) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया है।
संवेदनशील जांच और सामाजिक प्रतिक्रियापुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) प्रणव चौहान ने बताया कि यह मामला अत्यंत संवेदनशील है, और इसकी जांच गहनता से की जा रही है। पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि पीड़िता को न्याय मिले और दोषी को कड़ी सजा दी जाए। इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा किया है। सामाजिक संगठनों और स्थानीय निवासियों ने इस अमानवीय कृत्य की कड़ी निंदा की है और समाज में नैतिक मूल्यों को पुनर्जनन की मांग उठाई है।
समाज के लिए एक चेतावनीयह घटना केवल एक अपराध की कहानी नहीं है, बल्कि यह समाज में बढ़ती नैतिक पतनशीलता और रिश्तों के प्रति सम्मान की कमी को दर्शाती है। परिवार, जो समाज की सबसे मजबूत इकाई माना जाता है, उसमें इस तरह की घटनाएं न केवल दुखद हैं, बल्कि समाज को आत्ममंथन के लिए मजबूर करती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए शिक्षा, जागरूकता, और कड़े कानूनों का प्रभावी कार्यान्वयन आवश्यक है।